वाक् चिकित्सा
वाक् एवं श्रवण इकाई संस्थान की वाणी एवं श्रवण इकाई सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 09.00 बजे से शाम 05.00 बजे तक संचालित होती है। यह मुख्य रूप से वाणी एवं श्रवण दोष वाले बच्चों/व्यक्तियों को वाक चिकित्सा प्रदान करती है। वाणी एवं श्रवण दोष वाले बच्चों/वयस्कों की जांच एवं निदान मूल्यांकन क्लिनिक में किया जाता है तथा फिर उन्हें श्रवण मूल्यांकन एवं वाणी चिकित्सा सेवाओं के लिए इस इकाई में भेजा जाता है।
चिकित्सीय सेवाएँ
वाक् चिकित्सा कार्यक्रम/सेवाएँ उन बच्चों को प्रदान की जाती हैं जो सुनने और बोलने की समस्या के अलावा सेरेब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता, ऑटिज़्म, हकलाहट, उच्चारण विकार आदि से पीड़ित हैं। सीवीए, हेमिप्लेगिया, अफ़ेसिया, डिस्फ़ेसिया, डिसार्थ्रिया जैसे न्यूरोलॉजिकल विकारों से प्रभावित बुजुर्ग व्यक्तियों को भी वाक् चिकित्सा दी जाती है।
ऑडियोमेट्री
यह इकाई उम्र बढ़ने के कारण श्रवण बाधित होने वाले बुजुर्ग व्यक्तियों को भी सेवाएं प्रदान करती है। श्रवण मूल्यांकन या ऑडियोमेट्री NIHH (राष्ट्रीय श्रवण दिव्यांग संस्थान) के उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र के साथ समन्वय में की जाती है ताकि बुजुर्ग व्यक्तियों को श्रवण यंत्र लगाने में सुविधा हो।
कम उम्र में ही श्रवण बाधित व्यक्ति को श्रवण यंत्र लगाकर उसकी श्रवण संबंधी समस्याओं का उपचार और पुनर्वास किया जा सकता है। यह संगठन भारत सरकार की एडिप योजना के तहत श्रवण बाधित व्यक्तियों को स्वयं या एनाइएचएच के क्षेत्रीय केंद्र के माध्यम से निःशुल्क श्रवण यंत्र भी प्रदान कर रहा है।
संस्थान विभिन्न अस्पतालों, स्कूलों और अन्य संस्थानों द्वारा वाणी और श्रवण मूल्यांकन और चिकित्सीय प्रबंधन के लिए रेफर किये गए श्रवण बाधित रोगियों/व्यक्तियों का भी उपचार करता है। संस्थान की वाणी और श्रवण इकाई रोगियों को स्वच्छता, रखरखाव, बैटरी प्रतिस्थापन, वॉल्यूम नियंत्रण और श्रवण यंत्रों के संचालन की बुनियादी विधि के बारे में परामर्श और उचित मार्गदर्शन प्रदान करती है।
आउटरीच और विस्तार सेवाएँ
संस्थान एडिप योजना के तहत विभिन्न जिलों में सहायक यन्त्र एवं उपकरण वितरण और फिटमेंट शिविर आयोजित करता है और इन शिविरों के दौरान रोगियों को श्रवण यंत्र प्रदान किया जाता है। चूँकि संस्थान में केवल एक स्पीच थेरेपिस्ट है, इसलिए शिविरों के दौरान दिल्ली में NIHH के क्षेत्रीय केंद्र या स्थानीय रूप से उपलब्ध ऑडियोमेट्रिस्ट की सेवाएँ भी ली जाती हैं।