कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण हेतु समग्र क्षेत्रीय केंद्र (CRC), जयपुर (राजस्थान)
- कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण हेतु समग्र क्षेत्रीय केंद्र (CRC), जयपुर (राजस्थान) एक राज्य-स्तरीय संसाधन केंद्र है जो दिव्यांग व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए समर्पित है। यह केंद्र भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) के अधीन कार्य करता है और इसका प्रशासनिक नियंत्रण PDUNIPPD, नई दिल्ली के पास है।
- CRC जयपुर अप्रैल 2024 से कार्यात्मक है। अस्थायी परिसर में सेवाओं का औपचारिक उद्घाटन एवं नवीन भवन की आधारशिला 15 जनवरी 2025 को रखी गई। यह कार्यक्रम भारत सरकार के माननीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। साथ ही राजस्थान के सामाजिक न्याय मंत्री श्री अविनाश गहलोत, अपर मुख्य सचिव श्री कुलदीप रांका, दिव्यांगजन विभाग के आयुक्त श्री एच. गुइते, भारत सरकार के DEPwD सचिव श्री राजेश अग्रवाल तथा PDUNIPPD के निदेशक श्री जितेंद्र शर्मा उपस्थित रहे।
- राजस्थान सरकार द्वारा CRC जयपुर के नए भवन के निर्माण हेतु सामजिक न्याय संकुल, ICFAI विश्वविद्यालय, जामडोली, जयपुर के पास 2.47 एकड़ भूमि प्रदान की गई है। वर्तमान में CRC जयपुर इसी परिसर में राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध कराए गए अस्थायी भवन से कार्यरत है।
- नए भवन की अनुमानित लागत ₹29.97 करोड़ है। निर्माण कार्य NBCC द्वारा किया जाएगा। इस योजना का प्रारंभिक बजट एवं डिज़ाइन संबंधित प्राधिकरण को स्वीकृति हेतु भेजा गया है।
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CRC जयपुर द्वारा पुनर्वास परिषद (RCI) द्वारा मान्यता प्राप्त दो दीर्घकालिक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं:
- भारतीय सांकेतिक भाषा दुभाषिया में डिप्लोमा (DISLI)
- समुदाय आधारित समावेशी विकास में प्रमाण पत्र कार्यक्रम (CBID)
इसके अतिरिक्त, दिव्यांगता प्रबंधन के जनजागरूकता हेतु विभिन्न अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम (AGP/PTP/CRE आदि) भी आयोजित किए जाते हैं।
- सत्र 2024–25 के दौरान CRC जयपुर द्वारा 13,052 लाभार्थियों को सेवाएं प्रदान की गईं तथा 11,603 सहायक उपकरणों का वितरण किया गया, जिससे दिव्यांगजनों के जीवन को सरल बनाया गया और उनके अधिकारों की प्राप्ति को बल मिला।
- वर्तमान में CRC जयपुर द्वारा फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, विशेष शिक्षा, भाषा चिकित्सा, श्रवण परीक्षण एवं निदान, वाक् चिकित्सा, शैक्षणिक विश्लेषण, कृत्रिम अंग एवं ऑर्थोटिक सहारा, भारतीय सांकेतिक भाषा दुभाषिया प्रशिक्षण, दिव्यांगजन व वरिष्ठ नागरिकों हेतु सहायक उपकरण प्रदान किए जा रहे हैं।
- CRC जयपुर गैर-सरकारी संगठनों एवं संस्थाओं के साथ मिलकर तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहा है तथा फैकल्टी विकास कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। वर्तमान में 50 से अधिक NGO, संस्थान एवं विश्वविद्यालय CRC के नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
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हमने इंटर्नशिप कार्यक्रम की शुरुआत की है जिससे केंद्र आधारित एवं समुदाय आधारित पुनर्वास अनुभव प्रदान किया जा सके। वर्तमान में केंद्र में निम्नलिखित इंटर्न कार्यरत हैं:
- महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी, जयपुर से 09 बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी इंटर्न
- PDUNIPPD, नई दिल्ली से 02 बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी इंटर्न
- ISLRTC, नई दिल्ली से 05 इंटर्न
- पुनर्वास क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञों की ज्ञान एवं कौशल वृद्धि हेतु निरंतर पुनर्वास शिक्षा (CRE) कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं। सत्र 2024–25 के दौरान कुल 23 CRE कार्यक्रम तथा वर्तमान सत्र 2025–26 में अब तक 07 कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। आगामी सत्र में 37 अतिरिक्त CRE कार्यक्रम प्रस्तावित हैं।